Ask these three hard but vital questions daily to yourself?
Question 1: What I will do if I have less time?
Question 2: What I will leave to my family, to this world?
Question 3: What will be your one last talk with yourself?
Answers will give you clarity in life.
21 डे हैबिट चैलेंज।
बकेट लिस्ट।
बूँद-बूँद करके घड़ा भरता है। हजारों मील की यात्रा एक छोटे कदम से शुरू होती है।
वन परसेंट रूल। टू मिनट रुल। 80/20 रुल। स्माल स्टेप्स। टाइनी स्टेप्स।
21 डे चैलेंज। 66 डे चैलेंज। 90 डे चैलेंज। 365 डे चैलेंज। वन ऑवर इन्वेस्टमेंट। डायरी लेखन।
काइज़ेन तकनीक। अपने कार्य में लगातार छोटे-छोटे सुधार करते रहना।
पढ़ना, सुनना जादुई है। वैज्ञानिक हैं। व्यावहारिक हैं।
पर, क्या यह इतना आसान है!
है।
स्टार्ट विथ वन स्माल स्टेप।
बिल्ड लर्निंग हैबिट।
21 डे हैबिट चैलेंज।
शायद आपको नहीं पता है…?
बहुत सिंपल है। असरदार है। बस कुछ कहना है,... रूकना है। पूछना है। सही समय पर सही शब्दों का प्रयोग करना है, जैसे:
रूकें,...जल्दी नहीं बोलना है। बीच-बीच में कुछ सेकंड के लिए रूकना है। इसके लिए 1 से 5 तक गिनती मन में गिन सकते हैं। बिना कुछ कहे बेहतर कहा जा सकता है।
हर बार जरूरी नहीं है तुरंत जवाब दें। “मैं सोच कर कल बताता हूँ।” एक दिन रूकें। अपने इमोशन पर कंट्रोल करें और जवाब देने के लिए रुके जब तक रूक सकते हैं।
ज्यादा से ज्यादा पूछने की आदत बनाएं। चर्चा करें और बातों को फोकस्ड रखें। पूछें, “थोड़ा और बताएं ?” अतिरिक्त जानकारी लें। इससे बातचीत में आपका इंटरेस्ट बना रहता है। सामने वाले को और बोलने का मौका मिलता है।
तुम्हें/आपको शायद नहीं पता है कि तुम इस काम में बहुत अच्छे हो। तुम्हें/आपको शायद नहीं पता है कि लोग तुम/आप पर कितना भरोसा करते हैं।