We are not getting ahead. We are on off track, feel discouragement, hopeless, depressed.
We feel, we are wrong.
No, We are not wrong.
We need compassion, have to design a better system.
We need a system that will always compassion, encourage us to get back on track.
Tiny Victories, Encouragement, Compassion are the 3 key principals of a better system.
21 डे हैबिट चैलेंज।
बकेट लिस्ट।
बूँद-बूँद करके घड़ा भरता है। हजारों मील की यात्रा एक छोटे कदम से शुरू होती है।
वन परसेंट रूल। टू मिनट रुल। 80/20 रुल। स्माल स्टेप्स। टाइनी स्टेप्स।
21 डे चैलेंज। 66 डे चैलेंज। 90 डे चैलेंज। 365 डे चैलेंज। वन ऑवर इन्वेस्टमेंट। डायरी लेखन।
काइज़ेन तकनीक। अपने कार्य में लगातार छोटे-छोटे सुधार करते रहना।
पढ़ना, सुनना जादुई है। वैज्ञानिक हैं। व्यावहारिक हैं।
पर, क्या यह इतना आसान है!
है।
स्टार्ट विथ वन स्माल स्टेप।
बिल्ड लर्निंग हैबिट।
21 डे हैबिट चैलेंज।
द 2 मिनट रूल सिंपल है. कोई भी हैबिट स्टार्ट करनी है तो उसे 2 मिनट करके शुरू करें। मैं वर्षों से रोज लिखने को आदत बनाना चाहता हूँ। लेकिन बहुत बुरी तरह से असफल हूँ। एक बार फिर इस 2 मिनट रूल से शुरू कर रहा हूँ। द 2 मिनट रूल नाम प्रोडक्टिविटी कंसलटेंट डेविड एलन दिया है। वे कहते हैं कोई भी काम जो 2 मिनट से भी काम समय में हो सकता है तो उसे कर देना चाहिए।
मैंने वर्षों की कोशिश से रोज कुछ न कुछ अच्छा पढ़ने की आदत बना ली है। अब लिखने की आदत बनाना चाहता हूँ। 2 मिनट से से काम समय में आप क्या-क्या कर सकते हैं।
2 मिनट एक्सरसाइज
बिस्तर बनाना
स्कूल/ऑफिस बैग सोने से पहले तैयार कर लेना
जूते पहनकर घर से बाहर आना टहलने/दौड़ने के लिए
योग का एक आसान करना
खाना खाने के बाद अपनी प्लेट धोना
... और भी बहुत कुछ
द 2 मिनट रूल का पालन करके एक नई आदत डेवलप हो सकती है। इससे एक नई पहचान बन सकती है। वो सब किया जा सकता है, जिसे सालों से टाल रहे है। तो क्या यह इतना आसान है ? है तो ? यदि बिना भूले, टाले रोज किया जाए। मेरे लिए तो अब तो कठिन रहा है। एक बार फिर करते हैं, रोज लिखना। लिखना जो मन चाहे।
2 मिनट रोज लिखना।
यदि इस बार फिर असफल हुआ तो, फिर नए सिरे से कोशिश करूंगा।